तहकिक हुई सब किताबो की बातें,
हकिकत बनी है ख्वाबों की बातें।
दिखाया हमें रास्ता जिंदगी का,
करें रहनुमाइ निसाबो की बाते।
चलो पुछ लेते हैं हम हाल उनका,
फिर उनसे होगी फसानो की बातें।
अमलीयत को सामने आनेदो अबतो,
कहां तक करोगे खिजाबों की बाते ।
तरकी के सारे हुनर सीख लो अब,
हटादो सभी तुम नकाबो की बातें।
पढोगे बचोगे बुराइ से मासूम,
समजलोगे सब तुम अजाबों की बाते।
मासूम मोडासवी