थू
जो थूक सकते हैं किसी पर,
थू है उनकी जिंदगी पर।
नग्नता को जो शस्त्र बनाएं,
थू है उनकी जिंदगी पर।
जानबूझकर मुश्किलें बढ़ाएं,
थू है उनकी जिंदगी पर।
मददगार को ही डराए सताए,
थू है उनकी जिंदगी पर।
जो धर्म के नाम पर डर फैलाएं,
थू है उनकी जिंदगी पर।
प्रीत लीला डाबर