देखा हे उनको मैने कइ सुरतों मै ढलके
आऐ है सामने वोह हेरे बदल बदव के
मै कहांआगया हुं तेरे काफिले के हमराह
मुजे होश ही नहीं इन रास्तो पे चल के
तेरी याद बन गइ है मेरे जीने का सहारा
मुजे अब सुकुं मिला है गमो-रंज से निकल के
मेरे ख्वाब में तु आये मेरी निंद भी चुराये
मेरी रात कट रही है पहलु बदल बदल के
कया बताउं तुजको अब कयसे जी रहा
हुं
दुनिया से कट गया हुं तेरे प्यार मे फीसल के
मेरी खाक उड रही है मिल कै हवा मे अयसे
कबतक जीयुंगा मासूम अश्के गम मे जल के
मासूम मोडासवी