जानते है…
अगर आप होते तो हम ज़रा और खूबसूरत होते
गालों पे थोड़ी लकीरें मुस्कान वाली आ जाती
बिंदिया के रंगों पर रंग छा जाता
जुमखे ज़रा ज्यादा गुनगुनाते
होठो पे थोड़ी नरमी और गर्मी सी होती
आंखो में कुछ शरम सी होती
बालों में गजरा महकता
आप होते तो दिल कुछ ज्यादा धड़कता
नज़र ज़ुक के तेरे और उठती रुकती अटक जाती
शब्द बहुत संघर्ष के बाद बोल पाते
फ़िर भी वो कुछ पागलपन कर जाते
आप होते तो हम
हमारी नज़र
हमारा सब कुछ ज़रा और खूबसूरत होता ।
- हिरल जगड