दिल की बात जबां पर लाये
हम कितने नादां कहलाये
वादा वफा वो कर नहीं पाये
बैठे रहे हम आस लगाये
दिलसे जुदा गम कर नहीं पाये
किस्मत ने क्या रंग दिखाये
जुल्मत मे क्या ढुंढ रहे हो
उम्मिदों की युं शम्अ जलाये
होगई मासूम मुखालिफ दुनिया
अपने भी कुछ काम न आये
मासूम मोडासवी