फुरकत ने तेरी सताये बहुत
तेरी याद रातों को आये बहुत
तेरे वस्ल की उम्मीदे भी अब तो
मेरी बेकरारी बढाये बहुत
तुजे पाके जीना सफल हो मेरा
तेरी चाहने गम बढाये बहुत
तमन्ना मेरी इस कदर है बढाइ
बढी आस दिलको जलाये बहुत
मिले उनका मासूम सहारा मुजे
जुदाइ के सदमें उठाये बहुत
– मासूम मोडासवी