महेफिल से तेरी निकाले न जाते
हस्ती से अपनी उजाले न जाते
हमें हादिसो ने पाला न होता
जमाने के गम युं संभाले न जाते
ये दुनिया जीनेके काबिल न होती
महोबत के जज्बे जो पाले न होते
रिफाकत का तेरी सहारा न होता
फुरकत के सदमात टाले नजाते
अगर जहमतों से काम लेते न मासूम
हकिकत में ये ख्वाब ढाले न जाते
मासूम मोडासवी