मा…
आज पहली बार आपका एहसास हुआ हैं
आज पहली बार मैने सांस ली हैं।
में आपसे मिलने को बोहोत ही व्याकुल हूं
पर अगले छह महीनों तक मजबूर भी हूं।
मा, मैं अभी भी आप ही की शरण में हूं
फिर भी आपकी बाहों का बेचैनी से इंतजार है
आपका स्पर्श नया होगा मेरे लिए
आपको छूना चाहती हूं।
अभी आपको देखना बाकी हैं
पर मैं जानती हूं
आप अवश्य सुंदर होंगी
क्योंकि आपका दिल कितना सुंदर हैं!
आपके साथ बहुत कुछ करना है मुझे
आप के साथ खेलना है मुझे
आपकी उंगली पकड़ कर चलना हैं मुझे
आने वाले छह महीनों में….
सारे काम की लिस्ट बनानी है मुझे।
आपने अभी मुझे देखा नहीं
आपने अभी मुझे छुआ नहीं
लेकिन आप मेरा कितना ध्यान रखती हो,
मेरी अच्छी किस्मत…
के आप मुझसे इतना प्यार करती हो।
आप हंसती हो, तो मैं भी हंसती हूं
आप रोते हो, तो मुझे बोहोत बुरा लगता है
आप चिंता न करो, जब मैं दुनिया में अजाऊंगी
तो आपको बिल्कुल रोने नहीं दूंगी।
मैं आपका अंश हूं
मैं आपकी बेटी हूं
मा, बस चंद महीने और
मैं जल्द ही आपके पास आने वाली हूं।
– शमीम मर्चन्ट