हर दफा कोशिश करते है
तुमसे मोहब्बत जताने की,
याद करते है तुम्हें कितना
ये कोई बात तो नही है बताने की….
कतरा कतरा बह रहे हो नब्ज़ में
वजह तुम हो जीए जाने की,
धड़कते हो तुम ही दिल की जगह
ये कोई बात तो नहीं है बताने की…
यादों को समेट कर बैठे है
संजीदगी में है दिल समझाने की,
मेरे जेहन में तुम हो शामिल
ये कोई बात तो नहीं है बताने की…
कोई पुछे तो नज़रे चुरा लेते है
नज़र लग ना जाए जमाने की,
वजह बस तुम हो मेरे मुस्कुराने की
ये कोई बात तो नहीं है बताने की…
नीता कंसारा