हम तुम हुवे दोनो कुसुरवार देखीये,
तुने बनाया हमको गुनहगार देखीये।
ये मेरी भुल थी जो तेरी बात मानली
हमने नहीं कीया कोइ इनकार देखीये
किस्मत की बात हे तुजसे दुर हैं मगर
हम है वगरना तेरे तलबगार देखीये
लब पे हमारे आये तेरा नाम बार बार
करते है तुजको याद बहोत यार देखीये
मासूम हयात का भी वोह रंग नहीं रहा
जीते है हम कयसे युं बे करार देखीये
मासूम मोडासवी