महोबत की शमअ जलाइ तो है,
हकिकत तेरे सामने आइ तो है।
ये तेरी इनायत बडी बात है,
तुने मेरी किस्मत जगाइ तो है।
किसीकी कोइ क्युं मे परवा करुं,
मेरे हक्क मे मेरी खुदाइ तो है।
चलो मआफ करदें सब उनकी खता,
भलाइ का बदला भलाइ तो है।
हमे अब नहीं उनसे कोइ गिला,
बहुत चोट दिलने खाइ तो है।
सुनते है उनकी चली हिचकियां,
मेरी याद उनको भी आइ तो है।
अमल प्यार का होगा मासूम शुरु,
नइ आस दिल ने जगाइ तो है।
मासूम मोडासवी