हमें गुफतगु का तरीका न आया,
कोई जिंदगी का सलीका न आया।
तुम्हारी नहीं ये हमारी खता है,
हमें ही वफा का करीना आया।
चलो अब अकेले सफर में चलेंगे,
मेरे साथ मेरा रहनुमा न आया।
उमिदों का पल हमको हासिल हुवा है,
किसने कहा काम नसीबा न आया।
तुफां से बचना तो चाहा था मासूम,
बचकर भंवर से सफिना न आया ।
मासूम मोडासवी