इस साल कुछ नजराने नए होंगे,
एसी एक उम्मीद पे हम जी रहे होंगे ।
वो जाएंगे अंधेरे इस तरह..
एक नई सुबह लाने की सोच रहे होंगे ।
एक नई सूरज की पहली किरण के साथ ..
हम अपनी खुशियां बांट रहे होंगे ।
वो हर एक फूल की तरह …
हम भी इस साल खिल रहें होंगे ।
भूला देंगे सारे गम …
वो एक बड़ी मुस्कान चेहरे पर ला रहे होंगे ।
वो पुराने रास्तों की असफलताए …
ये नए साल में हासिल कर रहे होंगे ।