मुझे झूठ से सबसे ज़्यादा नफरत है !
ये दुनिया की सबसे बड़ी आफत है !
पता नहीं क्यूँ चालाकियाँ करते है,
एक दिन तो लेनी मौत की दावत है !
झूठ बोलने वाले समझते है खुद को काबिल,
बोलो उनको ये उनकी ग़फ़लत है !
झूठ बोलके तरक्की करनी नहीं गवारा,
हमें तो अच्छी लगती सच की ग़ुरबत है !
कुछ हासिल ना होगा किसी को छल के,
सबपे एक दिन बर्पा होनेवाली क़यामत है !
मुझे पसंद नहीं की साया तक देखु,
उनका जो झूठ के आशिक़, दोस्त है !