किसान
वो सूखे पेड़ मे जान कहा , किसान के पसीने बिना अनाज कहा । हर दिन वो सुनहरा सवेरा कहा ...
वो सूखे पेड़ मे जान कहा , किसान के पसीने बिना अनाज कहा । हर दिन वो सुनहरा सवेरा कहा ...
जब जब मुझे कुछ लिखने का मन होता है , वो एक नए अजीब शहेर के बारे में लिखती हूं ...
नहीं कहे पाई बहुत दिनो से , पर आज कहेना चाहती हूं। दूरी है हमारे बीच में , पर वो ...
उनकी आंखो में डूबने का मन करता हैं , पर डर लगता है , वो हसीन आंखे कई धोखा ना ...
सुबह की पहेली चाय आज उन्हें पहेली बार बुलाया है , वो चाहत के साथ हमने भी तय किया है, ...
एक बार कलम ने कहा , अगर मैं चाहु तो ...... ये चांद को महेबुबा भी बुला सकती हूं , ...
इस साल कुछ नजराने नए होंगे, एसी एक उम्मीद पे हम जी रहे होंगे । वो जाएंगे अंधेरे इस तरह.. ...
रात को सोये अरसे हो गए, पर अब भी जज़्बात वही रुके हैं। जानती हूं नहीं है जरूरत हमारी, पर ...
चाहे कुछ भी हो जाए ..... हमें उनका साथ निभाना था । घाव भी गहरा था । दिल भी बहोत ...
नही याद उन्हें वो पल जो हमने साथ बिताया करते थे । नही याद उन्हें वो एहेसास जो हमारे साथ ...
માન્યતા જૂદી તમારી, મારી શ્રદ્ધા છે જૂદી બેઉને બંને મુબારક, શું જરુર વિખવાદની ? તમને જે લાગે તે હોવાનું જ...
હવે તો પાછો આવી જાને કાન્હા વાદો તારો નિભાવી જાને કાન્હા તે કીધું તું કે જન્મીશ હું યુગે યુગે સજ્જનો...
આજ મને મોરપીંછનાં શુકન થયાં, સખી…. ચપટી નીંદર વીણવા અમે ટેવનાં માર્યાઁ બોરડી કને ગયાં, સખી આજ મને મોરપીંછનાં શુકન...
દધીચી થકી જ વ્રજ થાય છે જે કરે છે તેની જ ફરજ થાય છે આદરનો મતલબ ગરજ થાય છે પ્રાણ...
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