उँगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो
उँगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो खर्च करने से पहले कमाया करो ज़िन्दगी क्या है खुद ही समझ जाओगे ...
उँगलियाँ यूँ न सब पर उठाया करो खर्च करने से पहले कमाया करो ज़िन्दगी क्या है खुद ही समझ जाओगे ...
कश्ती तेरा नसीब चमकदार कर दिया इस पार के थपेड़ों ने उस पार कर दिया अफवाह थी की मेरी तबियत ...
मोहब्बतों के सफ़र पर निकल के देखूँगा ये पुल-सिरात अगर है तो चल के देखूँगा सवाल ये है कि रफ़्तार ...
मुझे डुबो के बहुत शर्मसार रहती है वो एक मौज जो दरिया के पार रहती है हमारे ताक़ भी बे-ज़ार ...
वो इक इक बात पे रोने लगा था समुंदर आबरू खोने लगा था लगे रहते थे सब दरवाज़े फिर भी ...
बुलाती है मगर जाने का नइं वो दुनिया है उधर जाने का नइं सितारे नोच कर ले जाऊँगा मैं ख़ाली ...
आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो राह के पत्थर से ...
दोस्ती जब किसी से की जाये| दुश्मनों की भी राय ली जाये| मौत का ज़हर है फ़िज़ाओं में, अब कहाँ ...
तुम्हारे नाम पर मैंने हर आफ़त सर पे रक्खी थी नज़र शो'लों पे रक्खी थी ज़बाँ पत्थर पे रक्खी थी ...
दोस्ती जब किसी से की जाए दुश्मनों की भी राय ली जाए मौत का ज़हर है फ़ज़ाओं में अब कहाँ ...
માન્યતા જૂદી તમારી, મારી શ્રદ્ધા છે જૂદી બેઉને બંને મુબારક, શું જરુર વિખવાદની ? તમને જે લાગે તે હોવાનું જ...
હવે તો પાછો આવી જાને કાન્હા વાદો તારો નિભાવી જાને કાન્હા તે કીધું તું કે જન્મીશ હું યુગે યુગે સજ્જનો...
આજ મને મોરપીંછનાં શુકન થયાં, સખી…. ચપટી નીંદર વીણવા અમે ટેવનાં માર્યાઁ બોરડી કને ગયાં, સખી આજ મને મોરપીંછનાં શુકન...
દધીચી થકી જ વ્રજ થાય છે જે કરે છે તેની જ ફરજ થાય છે આદરનો મતલબ ગરજ થાય છે પ્રાણ...
© 2010-2022 All Rights Reserved by Kavijagat.com - Developed and Consulted by Vision Raval.