हंगामा है क्यों बरपा
हंगामा है क्यों बरपा, थोड़ी सी जो पी ली है डाका तो नहीं डाला चोरी तो नहीं की है ना ...
हंगामा है क्यों बरपा, थोड़ी सी जो पी ली है डाका तो नहीं डाला चोरी तो नहीं की है ना ...
वो जो सुनता ही नहीं उसको बुलाऊँ कैसे ? बे-ज़बाँ होंट पे अब लफ़्ज़ ये लाऊँ कैसे ? हाल-ए-शख़्स-ए-बे-दीद सुनाऊँ ...
राम बन-बास से जब लौट के घर में आए याद जंगल बहुत आया जो नगर में आए रक़्स-ए-दीवानगी आँगन में ...
कितनी बेकार सी बातों में उलझ जाता हूँ ज़िन्दगी मैं तेरे झांसों में उलझ जाता हूँ। राहे-दुश्वार पे चलने ...
मिलते हैं आप हम बिछडने के वास्ते, महेका हे फुल डाली से झडने के वास्ते। शबनम ने रोज सींचा खुन ...
हाँ इजाज़त है अगर कोई कहानी और है इन कटोरों में अभी थोड़ा सा पानी और है मज़हबी मज़दूर सब ...
रोने में इक ख़तरा है, तालाब नदी हो जाते हैं हंसना भी आसान नहीं है, लब ज़ख़्मी हो जाते हैं ...
हमें गुफतगु का तरीका न आया, कोई जिंदगी का सलीका न आया। तुम्हारी नहीं ये हमारी खता है, हमें ही ...
नहीं नाम ओ निशाँ साए का लेकिन यार बैठे हैं उगे शायद ज़मीं से ख़ुद-ब-ख़ुद दीवार बैठे हैं सवार-ए-कश्ती-ए-अमवाज-ए-दिल हैं ...
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है उम्र गुज़री है तिरे शहर में आते जाते अब के मायूस ...
માન્યતા જૂદી તમારી, મારી શ્રદ્ધા છે જૂદી બેઉને બંને મુબારક, શું જરુર વિખવાદની ? તમને જે લાગે તે હોવાનું જ...
હવે તો પાછો આવી જાને કાન્હા વાદો તારો નિભાવી જાને કાન્હા તે કીધું તું કે જન્મીશ હું યુગે યુગે સજ્જનો...
આજ મને મોરપીંછનાં શુકન થયાં, સખી…. ચપટી નીંદર વીણવા અમે ટેવનાં માર્યાઁ બોરડી કને ગયાં, સખી આજ મને મોરપીંછનાં શુકન...
દધીચી થકી જ વ્રજ થાય છે જે કરે છે તેની જ ફરજ થાય છે આદરનો મતલબ ગરજ થાય છે પ્રાણ...
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